जीवनशैली के रोग में दिल के रोग, मोटापा, थाइरोइड टाइप 2 डायबिटीज जैसी बीमारियां आती है इन सब पर योग से काबू पाया जा सकता है
कुछ आसन के अभ्यास है तो कुछ प्राणायाम के जिनसे बीमारी तो दूर होगी मन स्वस्थ होगा और मानसिक शांति भी मिलेगी
आसन - 84 लाख योनियों के अनुसार इतने ही आसान थे पर अब इन्हे समग्र कर 84 तक सीमित कर दिया गया है, ताड़ासन, शलभासन, पद्मासन, कटिचक्रासन और सासकासन सभी लोग कर सकते है
नाड़ियां - शरीर में 72,500 नाड़ियां है तीन प्रमुख है ईडा - शरीर के बाएं हिस्से को चलाती है, जबकि पिंगला - दाहिने हिस्से को और सुष्माना - मेरुदंड में निहित है
प्राणायाम -योग में प्रमुख रूप से 8 प्राणायाम है, ये 2 प्राणायाम सभी कर सकते है - भ्रामरी और नाड़ीशोधन, मुद्राएँ से 30 भी अधिक है और इन्हे सभी कर सकते है
लेकिन सबसे पहले - पवनमुक्तासन करके सरीर से वायु निष्कासन करे, चूँकि प्रत्येक जोड में वायु ने स्थान बना रखा है, इसीलिए इस निकाल कर आसनो पर आते है
देश में हर 17th व्यक्ति टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित है - भारत में 7.7 करोड़ लोग इसके मरीज है, ये 6 आसन करके इस पर काबू पा सकते है
हर तीसरा भारतीय थायराइड असंतुलन से पीड़ित है - 32% भारतीय आबादी थाइराइड की शिकार है, रोगियों में 80% महिलाये है
30 फ़ीसदी लोग मोटापे के शिकार है भारत में, भारत की 70% शहरी आबादी मोटापे या सामान्य से ज्यादा वजन के दायरे में आती है
हर 33 सेकंड में 1 व्यक्ति की मौत दिल की बीमारी से होती है, हार्ट और उससे जुडी बीमारियों से होने वाली मौत का आंकड़ा भारत में चीन और अफ्रीका से अधिक, कुछ प्राणायाम और मुद्राये आपके दिल को रहेगी दरुस्त
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कुछ आसन के अभ्यास है तो कुछ प्राणायाम के जिनसे बीमारी तो दूर होगी मन स्वस्थ होगा और मानसिक शांति भी मिलेगी
आसन - 84 लाख योनियों के अनुसार इतने ही आसान थे पर अब इन्हे समग्र कर 84 तक सीमित कर दिया गया है, ताड़ासन, शलभासन, पद्मासन, कटिचक्रासन और सासकासन सभी लोग कर सकते है
नाड़ियां - शरीर में 72,500 नाड़ियां है तीन प्रमुख है ईडा - शरीर के बाएं हिस्से को चलाती है, जबकि पिंगला - दाहिने हिस्से को और सुष्माना - मेरुदंड में निहित है
प्राणायाम -योग में प्रमुख रूप से 8 प्राणायाम है, ये 2 प्राणायाम सभी कर सकते है - भ्रामरी और नाड़ीशोधन, मुद्राएँ से 30 भी अधिक है और इन्हे सभी कर सकते है
लेकिन सबसे पहले - पवनमुक्तासन करके सरीर से वायु निष्कासन करे, चूँकि प्रत्येक जोड में वायु ने स्थान बना रखा है, इसीलिए इस निकाल कर आसनो पर आते है
देश में हर 17th व्यक्ति टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित है - भारत में 7.7 करोड़ लोग इसके मरीज है, ये 6 आसन करके इस पर काबू पा सकते है
टाइप 2 डायबिटीज के लिए आसान -
उन आसनों पर ज्यादा जोर दिया जाता है, जिससे पेट के क्षेत्र में ज्यादा दबाव पड़े, ताकि पैंनक्रियाज प्रभावित हो और संतुलन बन सके
1. सेतुबंध आसन
पेट तनेगा, रीढ़ की हड्डी और कमर की चरबी कम करेगा - Setuband Asan- पीठ के बल लेट जाये, दोनों घुटने मोड़ ले, और पंजे जमीन पर रहने दे, अब दोनों हाथों से दोनों एड़ी को पकडे
- अंतिम स्थिति में पेट जमीन से ऊपर चला जायेगा पर शवास रुकी रहेगी, अब शवास छोड़ते हुए नीचे आ जाये
2. धनुरासन
भोजन नली की कार्यक्षमता में सुधार करेगा - Dhanurasan- पेट के बल लेट जाए, दोनों घुटने मोड़ ले और हाथों को पीछे की और ले जाये. अब दोनों पैरों के टखने पकड़ ले
- अब शवास पेट में रोकिये और पैर और धड़ हवा में खींचे, हाथों से टखने छोड़े घुटने सीधे करे और शवास छोड़ दे
3. सर्वांगासन
पैर और नाभि के नीचे रक्त संचारण ठीक करेगा - (Video: Sarvangasan)- पीठ के बल लेटे, दोनों पैर हवा में उठाये, कोहनी ज़मीन पर जमाते हुए हाथों से कमर को भी हवा में उठाये
- अंतिम अवस्था में सरीर आधी पीठ, कंधे और सिर के पिछले भाग पर टिका रहेगा, सहवास सामान्य रहेगा
4. पश्चिमोत्त्तानासन
लीवर किडनी के निचले भागों को पुस्ट करेगा (video: Paschimotanasan)- पीठ के बल लेट जाये, शवास छोड़ते हुए धड़ उठाये, हाथ की उंगलियों को पैरों की उंगलियों से स्पर्श कराये,यह करते हुए पैर जमीन पर ही रहेंगे
- इस प्रक्रिया को करने के बाद पीठ के बल पुनः लेटते हुए शवास ले
5. मत्स्येंदरासन
पीठ की मसल्स खीचेगा, पेनक्रियाज सन्तुलित करेगा (Video: Matsayendarasan)- बाए पैर के घुटने मोड तलवा दाहिने पैर की जांघ के पार रखे, दाएं बगल से बय घुटना दबाये, बाया हाथ रीढ़ की हड्डी की सीमा में रहेगा
- फिर दाएं पैर से भी करना है, दोनों में अंतिम अवस्ता में शवास बाहर होगी
6. चक्रासन
सभी हार्मोन्स के स्त्राव को सन्तुलित करेगा (Video: Chakarasan)- पीठ के बल लेटे, दोनों हथेलियां कंधे के नीचे रखे, दोनों घुटने मोड़ें, पैरों के तलवे जमीन पर ही रहने दे
- तलवो और हाथ के पंजों पर जोर से शरीर को हवा में उठाये, जितना तानोगे उतना लाभ, शवास सामान्य रखेंगे
हर तीसरा भारतीय थायराइड असंतुलन से पीड़ित है - 32% भारतीय आबादी थाइराइड की शिकार है, रोगियों में 80% महिलाये है
थाइराइड के लिए आसन
थाईराइड कण्ट्रोल करेगी - 7. विपरीतकर्णी मुद्रा
- इसमें विपरीतकर्णी मुद्रा अवश्य लगाये, पीठ के बल लेटे, दोनों पैर उठाये, कोहनियो के सहारे से हाथों को कमर पर रखकर शरीर को ऊपर करे, अंतिम अवस्था में शरीर कोहनी, कंधे और सिर के पिछले भाग पर टिका रहेगा, सहवास सामान्य रहेगी, बीपी ज्यादा है तो विपरीतकर्णी वर्जित है
- चूँकि इसमें पैरों को ऊपर करना है, ब्लड प्रेशर की तकलीफ होने की स्थिति में हेमरेज हो सकता है, प्राणायाम में भ्रमरी, नाड़ी शोधन, उज्जायी प्राणायाम अवश्य करे, जिन्हे बीपी जयादा है तो वे उज्जायी न करे
(Video: Vipritkarni Mudra)
30 फ़ीसदी लोग मोटापे के शिकार है भारत में, भारत की 70% शहरी आबादी मोटापे या सामान्य से ज्यादा वजन के दायरे में आती है
मोटापे को घटाने के लिए आसन
मोटापा जीवनशैली की प्रमुख समस्या है , मोटे व्यक्ति को शरीर में सभी आसन की जरूरत होती है ताकि शरीर को लचीला बनाकर चर्बी को घटाया जा सके...8 . सूर्य नमस्कार के 12 आसन - सूर्य नमस्कार सबसे प्रभावी
- सूर्य नमस्कार किसी भी स्थिति में बराह की आवृत्ति या 6 चक्र से अधिक न ले जाये, यानि बाएं पैर से एक और फिर दाहिने पैर से करने पर एक चक्र होता है यह शरीर को संतुलित करेगा
- पहले हड्डियों के जोड़ व शरीर के अन्य भागों से वायु बाहर करने के लिए पवनमुक्तासन करना होगा
- पेट कमर के आस पास की चर्बी घटाने के लिए पश्चिमोत्त्तानासन जो रीढ़ की हड्डी को लचीली बनाएगा
- बचे चक्रासन जरूर करे, पेट, कमर, पैर, नितम्ब, भुजाओ सभी की चर्बी को भी कम करेगा
- विपरीतकर्णी मुद्रा मोटापे के पहले प्रभाव थाईराइड को खत्म करेगी
9 . फेफड़े मजबूत करेगा - मत्यासन (Video)
- पद्यासन में बैठकर लेट जाये, कंधे व कोहनी टिकाकर हाथों से पैरों के पंजे पकडे, शवास रोक कर रखे
10. सुप्त वज्रासन (Video)
- वज्रासन में बैठ कर लेट जाये, पीठ में करव बनने दे, लेकिन उठते वक़्त बायीं करवट ले कर उठे, अंत में कपालभाति, भस्रिका, नाड़ीशोधन और भ्रामरी प्राणायाम
हर 33 सेकंड में 1 व्यक्ति की मौत दिल की बीमारी से होती है, हार्ट और उससे जुडी बीमारियों से होने वाली मौत का आंकड़ा भारत में चीन और अफ्रीका से अधिक, कुछ प्राणायाम और मुद्राये आपके दिल को रहेगी दरुस्त
दिल की बीमारियों के लिए आसन
दिल की बीमारियों में हलके फुल्के आसन करने चाहिए, प्राणायाम पर अधिक जोर देना चाहिए ये आसन कर सकते है11. ताड़ासन
पेट नाभियो के नीचे पेशियों में खिंचाव लाएगा (Video: Taadasan)- दोनों पंजे चिपकाकर खड़े हो जाइये, हाथों को ऊपर ले जाइये, भुजाये कान से चिपकी हुई हो और एक हाथ की अंगुलियों को दूसरे हाथ की उंगलियों में फंसा ले
- शवास ले कर रोके और दोनों पैरों के पंजे पर सरीर तान ले, शरीर का संतुलन बनाने के लिए दृस्टि किसी एक स्थान पर स्थिर कर ले
- इनसे पिंडली में दर्द होने लगेगा और पेट से वायु का निष्कासन होगा, पिंडली को सेकंड हार्ट कहा जा सकता है, जिससे रक्त संचरण सुचारू हो जायेगा
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12. पवनमुक्तासन
शरीर के समस्त जोड़ो से वायु बाहर करेगा (Video: Pawanmuktasan)
- पवनमुक्तासन के सभी भाग कर सकते है, बस पैरों को ऊपर ले जाने वाले भाग से बचे
- दिल के रोगी कपालभाति और भस्त्रिकना प्राणायाम का प्रयोग न करे
13. तिर्यक ताड़ासन
कमर के भीतरी भागों की मालिश करेगा
- पैरों में 2 फीट की दूरी रखे, हाथों को तड़ासन मुद्रा में, शवास छोड़ते हुए बायीं और झुके, कमर के दाहिने भाग में खिंचाव आएगा, शवास लेते हुए बीच में आये फिर छोड़ते हुए दाहिनी ओर झुके
- इस तरह हार्ट की कही भी कोई वायु होगी , वह निकल सकेगी
14. कटि चक्रासन
कमर लचीली कर उसकी चर्बी को कम करेगा (Video: Kati Chakrasan)
- दोनों पैरों में 2 फीट की दूरी रखे, शवास छोड़ते हुए कमर मोड और दोनों हाथों को बायीं और ले जाये
- बाया हाथ पीठ के पीछे से होते हुए दहिनी कमर पर होगा व दाहींना बाए कंधे पर, इससे भी हृदय में जमा वात और कफ साफ़ होंगे
15. प्राणायाम
शरीर में कोशिकाओं को नया जीवन प्रदान करेगा (Video: Pranayam )
- आयुर्वेद के अनुसार काया में उत्पन होने वाली वायु के आयाम अर्थात निरोध करने को प्राणायाम कहते है
- भ्रामरी सभी कर सकते है, जबकि अन्य प्राणायाम रिपोर्ट्स दिखा कर करे
इन सभी आसनों और मुद्राओं को नियमित रूप से करने से आप जीवन शैली के सभी रोगों से मुक्ति पा सकते है
@source Dainik bhaskar
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